लघुकथा : निर्दोष
चंद्रपाल की पत्नी अपनी छोटी बेटी को लगातार पीट रही थी और मुँह से अपशब्द भी बक रही थी, बेटी रो-रोकर
Read Moreचंद्रपाल की पत्नी अपनी छोटी बेटी को लगातार पीट रही थी और मुँह से अपशब्द भी बक रही थी, बेटी रो-रोकर
Read More(काशी के संतो द्वारा गणपति विसर्जन की मांग पर उ प्र शासन के बर्बर लाठी चार्ज पर आक्रोश जताती मेरी
Read Moreग़ज़ल (ये क्या दुनिया बनाई है) मेरे मालिक मेरे मौला ये क्या दुनिया बनाई है किसी के पास सब कुछ
Read Moreभारतवर्ष कृषि प्रधान देश है, इस परिपेक्ष में देश में कृषि उत्पादकता का स्तर बहुत ही अच्छा होना चाहिए, लेकिन
Read More‘नमन’ सभी दिवंगत आत्माओं को जो वंश में अग्रज हमारे पूर्वज रहे । हमें सदा मनोहर ज्ञान की सीख दी
Read Moreस्नेहा ने समीर को एक मेल सेन्ड की तथा मेल के साथ ट्रेपर नाम का साॅफटवेयर एड कर दिया तब
Read Moreट्रैवल एजैंट के दफ्तर से निकल कर और कुछ मठाई ले कर मैं गाँव आ गिया लेकिन मैंने माँ को
Read Moreलॉन्ग रूट की बस सर्पीली पहाड़ी सड़क से गुजर रही थी l कंडक्टर की सीटी के साथ ही बस सवारियों
Read More