गीत/नवगीत

साक्षरता बारहमासा अक्तूबर (दिवाली)

मेरे देश में साक्षरता की, लहर चली है निराली                                                  754/9.7.95
साक्षरता के दीप जलाती, आई सुखद दिवाली-

 

1.घर का कोना-कोना साफ हो, चारों ओर सफाई
मन में भी हो साक्षरता की, सुंदर चटक सफाई
तभी लगेगा देश में सच्ची, आई सुखद दिवाली
साक्षरता के दीप जलाती, आई सुखद दिवाली-

 

2.नए-नए कपड़े पहनें हम, काम भी कर लें अच्छे
साक्षरता का नेक संदेशा, फैलाएं सब बच्चे
सब मिलजुल तब प्रेम से बोलें, आई सुखद दिवाली
साक्षरता के दीप जलाती, आई सुखद दिवाली-

 

3.लक्ष्मी जी की पूजा कर लें, सरस्वती को मनाएं
धन देंगी लक्ष्मी जी हमको, साक्षरता भी पाएं
सबको बांटें साक्षरता की, ताज़ी-अच्छी मिठाई
साक्षरता के दीप जलाती, आई सुखद दिवाली-

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244