किसान के मित्र नेवले का भी अस्तित्व गंभीर संकट में
‘नेवला’ एक ऐसा निष्पृह शब्द है, जिसके अवचेतन मन में याद आते ही एक ऐसे चुलबुले, तेज दृष्टि वाले, मटमैले,
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Read Moreओ३म् वेदों का आविर्भाव सृष्टि के आरम्भ में हुआ था। अन्य सभी मत-मतान्तर विगत लगभग 2500 वर्ष व उसके बाद
Read Moreओ३म् यह संसार परमात्मा ने सत्व, रज व तम गुणों वाली सूक्ष्म जड़ प्रकृति से इससे पूर्व बनाये संसार के
Read Moreओ३म् महर्षि दयानन्द सृष्टि की आदि में परमात्मा से उत्पन्न चार वेदों के उच्च कोटि के विद्वान थे। ऋषि दयानन्द
Read Moreआज रीता काम करने आई तो उसका चेहरा खिले हुए गुलाब की तरह महक रहा था और आते ही वह
Read Moreलघुकथा में संप्रेषणनियता अत्यंत आवश्यक है, और संप्रेषण के साथ साथ उसमें इस प्रकार की संवेदना होना चाहिए जो उसके
Read Moreकल्पनाओं का जो ये सुंदर संसार है… इसमें ख़्वाहिशें देखो उमड़ती बेशुमार हैं वो लफ़्ज जो तुम तक कभी न
Read Moreमुझे भी एक यार मिला वो मेरे दिल का सरताज मिला करता है वो दिल की बाते ऐसा पहली बार
Read Moreकल २५ अप्रेल को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पर एक महिला के यौन उत्पीड़न के मामले की सुनवाई के
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