उपन्यास अंशकथा साहित्य

C2H2 का रहस्य (तिलिस्मी उपन्यास)

2019 ने खुशियाँ दी, तो संताप भी !
2020 सचमुच में विष-विष का ट्वेंटी-ट्वेंटी (20 20) साबित हो रहा, किन्तु 2020 आने से पहले 2019 में CAA और NRC लिए हंगामा खड़ा हो गया…… असम में घुसपैठी बौरा गए….. बंगाल में तो और…..
कई मित्रों के घर प्रसन्नता ‘अंतरंगता’ लिए आई, तो कई सर व मैडम जी और अभिन्न मित्रों को हमने खोया भी ! खोने से मतलब मतभेद से मनभेद की ओर आने और गलतफहमियों से है….
….तो वहीं मृत्यु की शाश्वतता तय है, परंतु उनके आने की स्टाइल अलग है ! कब, कहाँ, कैसे…. किसी को पता नहीं ? …. और यह पता न होना, अच्छा ही है ! साल 2019 में हमने कई राजनेताओं सहित हिंदी की प्रखर वक्ता मान्या सुषमा स्वराज जी को खोई, तो भाजपा के चिंतक मान्यवर अरुण जेटली जी को भी खोया ! वर्षान्त से कुछ पहले हमने ईमानदार टी एन शेषन सर और प्रसिद्ध गणितज्ञ डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह सर को भी खोया, तो वर्षान्त आते-आते साहित्यकार श्रद्धेय गंगा प्रसाद विमल जी के मर्मान्तक अंत देख आर्त्तनाद हो उठा !बिहार में बाढ़-त्रासदी आयी ! चंद्रयान-2 के ‘विक्रम’ का सफल लैंड नहीं हो सका…. तो पश्चिम बंगाल की माननीय मुख्यमंत्री ने महामहिम राज्यपाल के प्रति अपशब्द कह गयी….. ODI क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत का सफर सेमी तक ही रहा, बावजूद रोहित शर्मा ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए, तो मोहम्मद समी ने हैट्रिक लिया…..श्रीमान अमिताभ बच्चन सर ‘दादा साहब’ हुए, तो महामहिम श्री प्रणब मुखर्जी ‘भारतरत्न’ हुए…. यह साल पूर्व प्रधानमंत्री गुजराल साहब के जन्म शताब्दी भी रहा, तो भारतरत्न लता दी हॉस्पिटल से स्वस्थ घर लौटी….. वहीं पूर्व प्रधानमंत्री श्री लालकृष्ण आडवाणी सर नाबाद 90 पर भी स्वस्थ जीवनयापन कर रहे हैं!

3 महत्वपूर्ण राज्यों में सत्ता खोने के बाद भी 2019 में लोकसभा चुनाव काफी बहुमत से जीते भाजपा ! कांग्रेस को पुनः उम्मीद जगा गई 2019 का वर्षांत ! महाराष्ट्र और झारखंड में सत्ता में साझीदारी की । 2020 में दिल्ली और बिहार विधानसभा का चुनाव है…….

किन्तु हमने पाया भी ! 2018 में मेरा नाम गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ था, तो 2019 में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने मेरे 3 और रिकॉर्ड्स को शामिल किए और एक प्रकाशक ने हिंदी तिलिस्मी उपन्यास ‘C2H2 का रहस्य’ लेखन का ऑफर दे बैठे ! …… तो एक यूनिवर्सिटी ने मुझे Honorary Doctorate से सम्मानित करने को लेकर स्वीकारात्मक ‘फ़ॉर्म’ भेजे !
19 को सलाम ! ….इसलिए भी कि 21वीं सदी के दूसरे दशक का अंतिम वर्ष का गवाह भी रहा यह साल 2019……
अगर 19 ने गलतियाँ की हो, तो माफ कर दीजिए, क्योंकि बालिग हुई सिर्फ दूसरी साल ही तो है ! रस्सी में गाँठ अगर खुल जाए, तो खोलने का प्रयास करना चाहिए, कैंची नहीं चलाना चाहिए। यह 2019 साल बढ़िया ही रही, पर यह 2020 को ‘रोना’ कह जिंदगी को ‘लॉकडाउन’ कर लीजिए……

‘दो शब्द’ से आगे बढ़ दरअसल कहानी यह है कि…….
(उपन्यास क्रमश:)

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.