कविता

त्योहार मनाएं

चारों ओर दीवाली की
अभी से धूम है,
बाजार सजे हैं,
बाजारों में रौनक है,
जनता जनार्दन से
बाजार भरे पड़े हैं।
सब अपनी सामर्थ्यानुसार
खरीददारी में जुटे हैं,
बच्चे अभी से
फुलझड़ी, अनार के साथ भिड़े है।
आइए!पर्व को मिलकर मनाएं,
प्रकाश पर्व का आनंद उठायें।
शहीदों के नाम भी एक दिया जलायें
सरहदों पर खड़े सैनिक भाइयों के
हिस्से का भी दिया
हम सब जलायें,
सैनिक परिवारों के साथ मिलकर
घर से दूर बाप,बेटे, भाई के
दूर होने का अहसास मिटायें,
अशक्त बेबस लाचारों के
आँगन तक जायें,
उन्हें अपने साथ पर्व की खुशियों में
साझीदार बनायें।
किसी गरीब के घर अँधेरा न रहेगा
इस संकल्प के साथ दीवाली मनायें,
धूमधाम से दीवाली त्योहार मनाएं।

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921