राजनीति

आतंक का पालघर

महाराष्‍ट्र में फिर से एक वीभत्‍स घटना हुई है। एक बार संतों की हत्या का कलंक ले चुका पालघर अब सैनिक के रक्त से रंगे होने के पाप को अपने नाम कर चुका है। इतना ही नही फिरौती न मिने पर पालघर में भारतीय नौ सेना के जवान को जिंदा जला दिया गया। उसे चेन्‍नई से अगवा किया गया था, फिर नौसेना जवान सूरज कुमार दूबे के परिवार से 10 लाख रुपये फिरौती की मांग की गई थी। । फिरौती की मांग पूरी नहीं करने पर नौसैनिक सूरज कुमार दुबे को महाराष्ट्र के पालघर के वीवाजी के जंगलों में अपराधियों द्वारा जिंदा जला दिया गया। क्या एक नोसेनिक को मारना इतना ही आसान है ? क्या देश के जवानों के प्रति भी पालघर में आस्था नही बची ? उनके शरीर में आग लगा दिए जाने के बाद वे बुरी तरह घायल हो गए। विदित हो कि चेन्नई हवाई अड्डे के पास से उनका अपहरण कर लिया गया था। पालघर के एसपी दत्तात्रेय शिंदे ने घटना की पुष्टि की है। नौ सेना का जवान झारखंड के पलामू का रहने वाला था। तो क्या पालघर असमाजिक तत्वों का केंद्र बनता जा रहा है ? जहां देवभक्ति से लेकर देशभक्ति तक सबको मिटाने का षड्यंत्र किया जा रहा है। देश की जनता इस पाप कर्म से और अधिक आहत है, जितना शीघ्र हो सके, पालघर को पापघर बनने से रोकने के लिए कठोर कदम उठाने चाहिए। बजाय राजनीति करने के उद्धव ठाकरे ठोस कार्यवाही का साहस दिखाएं।

— मंगलेश सोनी

*मंगलेश सोनी

युवा लेखक व स्वतंत्र टिप्पणीकार मनावर जिला धार, मध्यप्रदेश