राजनीति

देश की सुरक्षा ऐजन्सी सवालों के घेरे में

पंक्षी नदियां पवन के झोंके कोई सरहद न इनको रोके यह गाना तो सभी लोगों ने सुना ही होगा इस गानें में सिर्फ कुदरत के द्वारा रची गयी रचना पर बात कही गयी है लेकिन जहां इंसानों के सरहद पार करने का मामला हो तो वहां पर देश की सुरक्षा ऐजन्सियों के दायित्व पर एक सवाल बन कर तैयार हो जाता है, और सुरक्षा में लगे तंत्र को ठेंगा दिखा दिया जाता है, वहीं दूसरी ओर देश के सामने एक नयी नजीर बनने लगती है जिसकी पुर्नावृत्ति भविष्य में कोई भी कर सकता है और एक मूक संदेश पूरे देशवासियों में चला जाता है कि यदि वह ऐसा कर सकती है! तो हम भी ऐसा कर सकते हैं! क्योंकि हर इंसान आज उसी रास्ते पर चला है जो रास्ते पहले से बनाये गये हैं। फरेब वहीं होता है जहां पर प्यार पनपता है, जहां पर प्यार ही नही पनपेगा वहां पर फरेब कभी हो ही नही सकता, फिर भारतदेश का एक ऐसा युवा जो दूसरे देश के बारे में सब कुछ जानते हुये भी सीमा पार की रहने वाली सीमा से प्यार कर लेता है और ऐसे देश से जिस देश से भारत के सम्बन्ध कभी मधुर नही रहें हैं फिर उस देश की लड़की से मधुर मिलन के सपने देखने लगा और भारत की सीमा के पार रहने वाली लड़की के सिर पर भी इश्क का भूत ऐसा चढ़ा कि भारत में किस तरीके से और कैसे दाखिल हुआ जाये इस बात की पूरी भूमिका बीते तीन सालों में बना डाली और तीसरे देश में जाकर दोनों ने शादी रचा डाली यह सब एक संयोगवश हो गया या प्रयोगवश किया गया।

प्यार कभी भी! किसी से कहीं भी हो सकता है फिर भारतदेश में प्यार को युवा जहां अधिक तरजीह दे रहें हैं अन्य पश्चिमीं देशों में प्यार एक खेल है लेकिन भारत में प्यार दो जिस्म एक जान के रूप में कहीं कहीं देखने को मिलता है, मान लिया कि हमें पश्चिमी देश में रहने वाली एक महिला से सोशलमीडिया के माध्यम से प्यार हो गया, हम उसे अपने देश की आबो हवा के बारें में बताने लगे वह भी हमें अपने देश की सभ्यता और रहन सहन के बारे में जानकारी देने लगी धीरे .धीरे मेंरा प्यार इतना बढ़ गया कि अब उसके बिना जीना मुश्किल हो रहा है सोशलमीडिया पर ही मैंने उसे पत्नी और उसने मुझे पति मान लिया फिर एक दिन पश्चिम देश में रहने वाली महिला घर में झूंठ बोल कर अपने देश से निकल आयी कि मैं एक सप्ताह के लिये घूमने जा रही हूं उसी दौरान उसने मुझे एक तीसरे देश में बुलाकर शादी रचा ली और दो चार सेल्फी लेकर अपने देश वापस चली गयी और फिर दो महीने बाद वापस आती है तो इस अंदाज में अब वह जैसे अपने देश की भाषा बोलना पढ़ना जानती ही नही है अपना देश छोड़ने से पहले ही उसने अपने देश की भाषा छोंड़ दी सिर्फ मेरे लिये ? बात चीत के दौरान बिल्कुल नही लग रहा था कि वह विदेश की महिला है जब मुझे उससे प्यार हो ही गया था तो उसकी भाषा से भी प्यार हो चुका था जब पहली बार मैने उस महिला से बात की थी तो वह अपनी ऑचलिक भाषा में ही तो उसने मुझसे बात की थी! मुझे उसकी भाषा से कोई एतराज नही था और जब वह मेरी हो ही चुकी थी तो मेरे पास दो दो भाषाओं का ज्ञान होने वाला था जो उसकी भाषा बदलने के बाद नही हो पाया और इतनी जल्दी भारत देश की भाषा कैसे सीख ली ? और क्यों सीख ली ? हम उससे प्यार करते थे कहीं वह मुझसे फरेब तो नही करने वाली थी उसका सम्बन्ध मुझसे था वह जैसे भी बोलती मैं समझ लेता और धीरे. धीरे उसे अपने देश की भाषा सिखा देता जैसे एक प्रदेश के लोग दूसरे प्रदेश के लोगों के साथ करते हैं लेकिन पहले से ही भारत देश की भाषा को सीख कर आना इससे लगता है कि कोई गुरू जरूर है जो उसे भारत के परिवेश में ढालना चाह रहा है।

आज सीमा पार से आयी सीमा हैदर को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है सोशलमीडिया से लेकर टीवी चैनलों पर सिर्फ सीमा हैदर के प्यार के कसीदे पढ़े जा रहे हैं एक ऐसी महिला जो पाकिस्तान से भारत में रहने वाले एक सचिन नाम के लड़के पर विश्वास करके अपने चार बच्चों के साथ आयी कि सचिन उसे पूरी तरह से खुश रखेगा और वह मेरे लिये अपने देशवासियों से और अपने देश की मीडिया से रूबरू होकर मेरी पैरबी करेगा परन्तु देखने में एकदम उल्टा ही दिख रहा है जिस तरह से सचिन को मीडिया का सामना करना चाहिए और सीमा हैदर से प्यार की सच्चाई बयां करनी चाहिए वह यह करता कहीं भी नजर नही आ रहा है और सीमा हैदर ही सेट के सामने ऐसे बात कर रही है मानों वह सचिन को पाकिस्तान में बुलाकर लाई हो और अपने देश के तंत्र का सामना कर रही हो सीमा हैदर की यदि शारीरिक भाषा पर ध्यान दिया जाये तो उसे बिल्कुल हिचकिचाहट नही हो रही है! जबकि अब वह अनौपचारिक तरीके से एक परिवार की बहू बन चुकी है और उसके लिये घर व देश का सारा माहौल नया है, नये माहौल को समझने के लिये नये जगह पर नये लोगों से कुछ सकुचन जरूर रहती है लेकिन सीमा हैदर के पास न तो कोई सकुचन दिख रही है और न ही कोई हिचकिचाहट! हो भी क्यों उसने सचिन से जो प्यार कर रखा है और सचिन ने भी भारत की सुरक्षा ऐजन्सी को ठेंगा दिखाते हुये नेपाल में जाकर शादी रचाई फिर सचिन के साथ सीमा नोयडा आई ?

सीमा हैदर ने मीडिया के इंटरव्यू में बताया कि सचिन से पहली बार पबजी गेम के माध्यम से 2020 में संपर्क हुआ फिर 2021 तक सचिन से पक्की दोस्ती हो गयी जबकि इस दौरान सचिन के साथ अन्य प्रदेश के लड़के भी पबजी खेलते थे लेकिन दिल सीमा हैदर का था जो सचिन पर ही आकर टिक गया तीन सालों तक सीमा और सचिन अपने प्यार की धार तेज करते रहे फिर 10 मार्च 2023 को सीमा हैदर पाकिस्तान की सीमा लांघ कर नेपाल आ गयी और सचिन भी भारत से नेपाल पहुंच कर सीमा से शादी रचा ली और ढेर सारी सेल्फी लेकर 17 मार्च 2023 को सीमा हैदर वापस पाकिस्तान चली गयी और फिर गेम! खेलने लगी। सीमा हैदर का नेपाल तक का सफर कुछ आसान नही था सीमा ने बताया कि वह पहले पाकिस्तान से साउदी अरब गयी फिर साउदी अरब से नेपाल आयी उसके बाद सीमा हैदर ने सचिन के साथ नेपाल में शादी रचाई और एक सप्ताह तक सचिन के साथ नेपाल में रही फिर मधुर मिलन की यादें लेकर सीमा हैदर पाकिस्तान वापस चली गयी। सीमा हैदर हिन्दी इस तरह से बोल रही है मानों वह उर्दू का एक लफ्ज भी नही जानती है लेकिन फिर भी अंजाने में एक बार सीमा हैदर के मुंह से उर्दू का एक शब्द निकल ही गया जिसे तुरन्त सीमा हैदर ने बदल दिया 10 जुलाई 2023 को बीबीसी के 12 मिनट 47 सेकेन्ड के इंटरव्यू में 2 मिनट 25 सेकेन्ड पर सीमा हैदर के मुख से तसव्वुर शब्द निकलने वाला था लेकिन सीमा हैदर ने तुरन्त उस शब्द को बदल दिया अरे! सीमा इसकी क्या जरूरत थी भारतदेश की मीडिया उर्दू के शब्द भी समझ लेती है ? इसे देखकर या सुनकर ऐसा लगता है कि मानों किसी ने सीमा हैदर को मना किया हो कि तुम्हे भारत में उर्दू नही बोलनी है। सीमा हैदर ने यह भी बताया कि मेरी पहली शादी दिसम्बर 2014 में मजबूरीवश गुलाम हैदर से हो गयी थी उसके बाद गुलाम हैदर 2016 में साउदी कमाने चला गया इधर दो साल के दरम्यान सीमा हैदर के चार बच्चे भी हो चुके थे सीमा हैदर ने बताया कि गुलाम हैदर साउदी से बच्चों के लिये पैसा भेजा करता था लेकिन ज्यादा नही।

सीमा के दिलो दिमाग पर सचिन का प्यार समुद्री ज्वार भाटे की तरह हिलोरे मार रहा था सीमा हैदर भी भारत की सीमा में अपने आशिक के साथ आशियां बनानें के लिये पूरी तरह से मचल रही थी और एक योजनावद्ध तरीके से भारत में दाखिल होने के लिये सीमा हैदर ने अपने साथ.साथ अपने चार बच्चों का पासपोर्ट भी बनवाया पासपोर्ट बनवाने से लेकर भारत आने तक सीमा हैदर के 6 लाख रूपये खर्च हुये बात प्यार की थी सीमा हैदर ने प्यार के नाम पर 6 लाख कुर्बान करके 10 मई 2023 को 27 वर्षीय सीमा हैदर अपने चार बच्चों के साथ पाकिस्तान की सीमा पार कर गयी फिर वह चार बच्चों के साथ 11 मई को काठमाडू आ गयी और नेपाल के पोखरा में एक रात रूक कर 12 मई 2023 को वह दिल्ली के लिये रवाना हो गयी ऐसा बिल्कुल नही कि इस दौरान देश की सीमा सुरक्षा में लगे सिपाहियों ने सीमा हैदर से पूंछ तांछ न की हो लेकिन सीमा हैदर भी अपने अनौपचारिक पति सचिन का पता बता कर अपनी मंजिल की ओर बढ़ती रही सीमा हैदर नेपाल से 15 हजार की टैक्सी बुक करके दिल्ली की ओर बढ़ती रही इस दौरान टैक्सी चालक और सचिन के बीच बात चीत का सिलसिला जारी रहा जिस पर सचिन ने टैक्सी चालक से कहा कि यमुना एक्सप्रेसवे पर फरेंदा कट पर इन सभी को उतारना है मैं वहीं पर खड़ा हूं फिर क्या टैक्सी फरेंदा कट पर पहुंची और सीमा सचिन से दोबारा अपने चार बच्चों के साथ मिल रही थी सीमा के विशाल हृदय में हजारों गुलाब एक साथ खिलने लगे थे और सचिन ने मनमोहनक सुगन्ध को संरक्षित करने के लिये नोयडा में एक कमरा किराये पर ले रखा था उसी कमरें में सभी अपने प्यार को परवान चढ़ाने लगे।

एक दिन सीमा हैदर को लगा कि बच्चों को शिक्षित करने के लिये किसी विद्यालय में दाखिला दिलाया जाये जिसको लेकर सीमा और सचिन बच्चों से सम्बन्धित दस्तावेज बनवाने के लिये दर. दर भटकने लगे इसी दौरान सीमा और सचिन की मुलाकात एक वकील से हो गयी फिर क्या उसी वकील ने पूरा रायता फैला दिया, अब सीमा हैदर और सचिन को लेकर पुलिस, कोर्ट, जेल जैसी विपत्तियों का सामना भी करना पड़ा उसके बाद दोनों को कुछ दिन के बाद जमानत मिल गयी। उधर पाकिस्तान से एक महीने बाद जून में सीमा हैदर के भाई आसिफ रजा का फोन सचिन के फोन पर आया और कहा कि सीमा हैदर गुम हो गयी है तुम्हारे पास आयी है क्या ? जिस पर सचिन ने आसिफ रजा से झूंठ बोल दिया कि नही मेरे पास सीमा नही आई है ? जबकि उस वक्त सीमा हैदर सचिन के पास मौजूद थी ऐसा लग रहा था कि आसिफ रजा को भी सीमा और सचिन के प्यार की तासीर का अंदाजा था इसलिये अंदाजे से ही फोन लगा दिया होगा ? और सीमा हैदर भी जुदाई वाले दिनों में अपने घर की हर दीवार पर सचिन का फोन नम्बर लिखकर चूमती चाटती रही होगी इसीलिये तो आसिफ रजा ने सीधे सचिन के पास ही फोन घनघना दिया जिस पर सचिन ने बताया कि मेरे पास सीमा नही आयी है। आसिफ रजा सीमा हैदर का भाई है जो पाकिस्तान की फौज में जाने की तैयारी कर रहा है जब आसिफ रजा को मालूम हो चुका था कि सीमा हैदर सचिन के पास नही तो फिर दो दिन के बाद सीमा हैदर की बहन ने सचिन के पास फोन क्यों किया ? खैर सचिन ने बताया कि नेटवर्क की खराबी के कारण उसकी बहन से बात नही हो पायी। 10 जुलाई को बीबीसी से बात कर रही सीमा हैदर इसी दौरान एक वक्त ऐसा आया कि ऐंकर ने सचिन से पूंछ लिया कि सीमा हैदर वापस जाये कि नही जिस पर सीमा हैदर ने 13 मिनट 26 सेकेन्ड पर सचिन पहले जाने की बात कहने वाला था जिस पर सीमा हैदर ने तुरन्त अपनी कोहनी से सचिन की कोहनी दबाकर कोई अन्दरूनी इशारा किया जिस पर सचिन ने तुरन्त अपनी बात बदल दी और सीमा हैदर को मुझसे दूर न जाने की अपील करने लगा। इसी दौरान सीमा हैदर ने यह भी बताया कि गदर फिल्म सीमा हैदर को तभी अच्छी लगी जब सचिन से प्यार हुआ इससे पहले गदर फिल्म सीमा को अच्छी नही लग रही थी फिर अच्छी भी क्यों लगे गदर फिल्म में सकीना ने पाकिस्तान की नाट कटा दी थी।

वर्तमान में प्यार एक खेल होता जा रहा है वहीं दूसरी ओर सोशलमीडिया के खेल के माध्यम से दूर देश के लोगों से प्यार होता जा रहा है और प्यार ऐसा भी कि गांव घर जिला प्रदेश छोंड़ कर नही बल्कि देश की सरहद पार करने की बात है ऐसे ही यदि प्यार फलता फूलता रहा तो देश की सुरक्षा ऐजन्सी एक दिन सवालों के घेरे में आ जायेगी हमारा जासूसी तंत्र एकदम निष्क्रिय साबित हो जायेगा कोई भी दूसरे देश के लड़के से प्यार करके अपनी सम्पत्ति बेंच कर अपने चार बच्चों के साथ भारत आ जायेगा फिर एक दिन ऐसा आयेगा कि वह बच्चे बिना रोक टोक के अपने ननिहाल आना जाना शुरू कर देगें] और हम दो हमारे दो की नीति को ठेंगा दिखाते हुये चार बच्चे पहले से ही लेकर आयेगें फिर आगे सचिन जैसे लोगों पर निर्भर है करता कि चार बच्चों में संतोष करेंगे या आगे और जनसंख्या का विस्तार करेंगे। कक्षा पांच तक पढ़ी एक 27 साल की महिला] उसके चार बच्चे, महिला के साथ.साथ बच्चों के पास भी मोबाइल जहां पर लोग प्यार में पागल होकर अपना सब कुछ भूल जाते हैं वही सीमा हैदर प्यार में पूरी तरह से होश में रहकर सभी का पासपोर्ट बनवाकर प्यार में और पैंग बढाने के लिये चोर रास्ते से भारत में आकर सिर्फ एक ही संदेश दे रही है कि प्यार के नाम से भारत की सुरक्षा ऐजन्सियों की आंखों में धूल झोंका जा सकता है या फिर देश की सुरक्षा ऐजन्सी में सेधमारी की जा सकती है 16 मिनट के एक मीडिया इंटरव्यू में पूरे 16 मिनट तक वह अपना दुपट्टा अपने हाथ की उंगलियों से ऐंठती रही और ऐंकर के सवालों का जवाब देती रही ऐसी हरकत इंसान तब ही करता है जब कहता कुछ और हो और सोंचता कुछ और हो। सीमा हैदर का भारत आना जहां प्रत्यक्ष रूप से खुशी की लहर नजर आ रही है वहीं दूसरी और अप्रत्यक्ष रूप से इस बात का संकट नजर आ रहा है कि जब सीमा हैदर कक्षा पांच पढ़ कर ऐसा कर सकती है तो अन्य भी ऐसा क्यों नही कर सकते हैं, फिर कहीं न कहीं हमारी सुरक्षा ऐंजन्सी के लिये भी सिरदर्द बन जायेगा सीमा हैदर और सचिन का प्यार एक संयोग नहीं बल्कि इस प्यार में की गयी मेहनत और खर्च की गयी रकम को देख कर प्रथम दृष्टया यही प्रतीत हो रहा है कि यह एक दूसरे देश में दाखिल होने का सफल प्रयोग है।

राजकुमार तिवारी “राज”
बाराबंकी उ0प्र0

राज कुमार तिवारी 'राज'

हिंदी से स्नातक एवं शिक्षा शास्त्र से परास्नातक , कविता एवं लेख लिखने का शौख, लखनऊ से प्रकाशित समाचार पत्र से लेकर कई पत्रिकाओं में स्थान प्राप्त कर तथा दूरदर्शन केंद्र लखनऊ से प्रकाशित पुस्तक दृष्टि सृष्टि में स्थान प्राप्त किया और अमर उजाला काव्य में भी सैकड़ों रचनाये पब्लिश की गयीं वर्तामन समय में जय विजय मासिक पत्रिका में सक्रियता के साथ साथ पंचायतीराज विभाग में कंप्यूटर आपरेटर के पदीय दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है निवास जनपद बाराबंकी उत्तर प्रदेश पिन २२५४१३ संपर्क सूत्र - 9984172782