हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
स्नेह सूत्र हैं हिन्दी! हिन्दी हैं हम भारतीय, मातृ भाषा हमें प्रिय,, एकता का स्नेह-सूत्र, रेशम भाव, हरखे हिय।। स्वर,
Read Moreस्नेह सूत्र हैं हिन्दी! हिन्दी हैं हम भारतीय, मातृ भाषा हमें प्रिय,, एकता का स्नेह-सूत्र, रेशम भाव, हरखे हिय।। स्वर,
Read Moreमन दर्पण में सहज ही झांककर देखा, दिखा अनजाना चेहरा विहंसता, करता परिहास।। दंभ, ईर्ष्या, अहंकार षडरिपु थे बैरी मेरे,
Read Moreनारी तुम हो नारायणी, देवी, दुर्गा, शक्ति धारिणी, अबला नहीं, बन सबला, दुर्जनों की संहारिणी।। ले खड्ग, तेज कटार, शौर्य,
Read Moreजब जेबें भरी हो, भारी हो, सब रिश्ते-नाते सुहाने, मन भाये लगते हैं। दूर-दूर से रिश्तेदार मिलने आ जाते हैं।
Read Moreजीवन का संगीत, बाँसुरी धुन हो प्यारी। आँगन चहके प्रीत, महकती हो नित क्यारी।। उजली उजली धूप, पवन गीत गुनगुनाती।
Read Moreआओ बिटिया, घर आँगन महकाने! तेरी यादें, तेरी बातें, हौले से दस्तक देती, दिल के दरवाजे पर, रुमझुम करती, प्यारी-प्यारी,
Read Moreसखा, मित्र हमारे, साँचे हमराज,दिल की बात करे, छुपाये न कोई राज।। पथरीली हो राह, चले हरदम साथ,दोस्ती निभाये, छोड़े
Read Moreतलवार से भी तेज, जीभ कटार की धार, अस्त्र जैसी चुभन से, दिल न दुखाइये।। वाणी रसाल, मधुर, वीणा-सी स्वर
Read Moreआजादी के दीवानों ने सहर्ष, किया अनवरत कठिन संघर्ष, हंसते हंसते प्राणों की दी आहुति, माँ भारती को गुलामी से
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