कविता – निःशब्द
मैं चुप रहता था मन में कई अरमान थे पर मैं उन अरमानों को अन्दर ही अन्दर पीता था ज़िन्दगी
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Read Moreआज सुबह-सुबह अपने कमरे की खिड़की से ऑस्ट्रेलिया की हरियाली का सुंदर नजारा देखा. यूं तो यह नजारा रोज ही
Read Moreतितली रानी आई है, खुशियां साथ में लाई है, पंख हैं इसके रंगरंगीले, लाल-गुलाबी-नीले-पीले. फूल-फूल पर जाती है, खुशबू ले
Read More”भारती कौन?” ”सुदर्शन की कहानी हार की जीत के बाबा भारती? बाबा भारती एक साधु, जिनके सुंदर-सुघड़-बांके घोड़े का नाम
Read Moreआज मैंने 100 मीटर की दूरी 42.20 सेकंड में दौड़कर नया गिनेस वर्ल्ड रेकॉर्ड बनाया है. आप मेरी खुशी का
Read Moreआज सुबह धूप के टुकड़े से मुलाकात हुई कुछ बात हुई मैंने कहा, ”रुई के फाहे जैसे धूप के टुकड़े
Read Moreआज एक समाचार पढ़ा गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर अग्नाशय के कैंसर से पीड़ित हैं और रविवार को पर्रिकर पहली
Read Moreआज अनिमेष की खुशी का ठिकाना ही नहीं था. उसे पनडुब्बी-निदेशक का महत्त्वपूर्ण पद जो हासिल हुआ था. खुशी के
Read Moreयह जानते हुए भी, कि यह गंभीर अपराध है, उसने खुद को रेप-पीड़िता बनाने वाले आरोपी को एक कमरे में
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