जब प्यार यहां पर होता तो
परलोक सिधारा इश्क यहां, गुनाह धरा पर टिके हुए नादान बहुत तुम लगते हो, अभी राह में रुके हुए यहां
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Read Moreसमाज के हर वर्ग का युवा हिन्दी सिनेमा जगत से बनायी गयी फिल्मों को देखकर अधिक प्रभावित होता दिखाई दे
Read Moreअब न्याय रसातल जा पहुंचा अब पाप पुण्य का भान नही कफ़न में आदर लिपट चुका अब बचा यहां सम्मान
Read Moreआज बात सिर्फ सरकारी तंत्र के शिक्षा और दूरसंचार की तथा इससे जुड़े लोगों की होगी जहां एक ओर शिक्षा
Read Moreखिलने पर इतराओ न, तुम ही तोड़े जाओगे सीने में नस्तर रख कर, तुम ही जोड़े जाओगे खुशबू काबू में
Read Moreआधुनिकता! हजम कर रही आदर, संस्कार, दुनियां के साथ साथ बदल रहा सभी का स्वभाव जहां एक ओर अपना भारत
Read Moreआज थोड़ा बरस वो गए हैं तपिश में थोड़ी कमी आ गयी है गर्दिश ही गर्दिश नजर आ रही थी
Read Moreसजने सँवरने की ज़रूरत ही क्या है दिखावा नही तो ये और क्या है कई तीर तरकस में रख कर
Read Moreआजादी से पहले देश के एक ओ भी नेता थे जिन्होंने अपनी जान पर खेल कर गुलाम देश को आजाद
Read Moreनव वर्ष की नई किरन से, नया उजाला कायम हो मिटे मुफलिसी जग से,मधुरिम निवाला कायम हो नई सफलता अर्जित
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