सावन में बहारें
हर गुल खोया बुलबुल खोई अनजान सी ये पहचान हुई सावन में बहारें खुद झूमी पतझड़ में खुद वीरान हुई–!!
Read Moreहर गुल खोया बुलबुल खोई अनजान सी ये पहचान हुई सावन में बहारें खुद झूमी पतझड़ में खुद वीरान हुई–!!
Read Moreइस होली पर एक प्रार्थना हर एक बशर से करता हूँ। अच्छी लगे आप भी करिये आशा सबसे करता हूँ।
Read Moreबेटा पाकिस्तानी सुन ले, तेरा बाप रहा समझाय। पाल पोस के किया बडा़ है फिर भी बाप को आंख दिखाय।
Read More‘मैं’ को पाने की चाहतों में जाने कब ‘मैं’ भी ‘तुम’ हो गया! ‘मैं’ की तलाश में मेरा अस्तित्व जाने
Read Moreज़िन्दगी की राह में हों असंख्य अड़चने | दुःख के पहाड़ हों या की दर्द हों घने | तू नहीं
Read Moreहम कदम नहीं रुकने देंगे, निज देश नहीं झुकने देंगे, हे भारत मां शत कोटि नमन, तेरी लाज नहीं लुटने
Read Moreअंध भाव व्यापक समाज में ,जीभ है चाटुकारी में । झूठ ,दिखावा औ फरेब ही ,बस है दुनियादारी में ।
Read Moreअगर राष्ट्र हित सोच रहे हो, जयचंदों का दमन करो । छोड़ो पंथ अहिंसा का अब ,धर्मयुद्ध का चयन करो
Read More