न ना पिया
न ना पिया आज मैं तुमको नहीं बाहों में भरने दूँगी नयनों में भरे लाज मेरे शर्म की घूंघट नहीं
Read Moreचमक देखकर नेह लगाया ,तरु! तुझको पछताना होगा । अमरबेल के अंकपाश में घुट घुट के मर जाना होगा ।
Read Moreपाती प्रिय के नेह की आंखों में आँसू भर जाती है पंथ तुम्हारा निहारकर धूल मुझे दे जाती है ।
Read Moreप्रीत बनकर आप आये ज़िन्दगी में तो ज़िन्दगी लगने लगी है ज़िन्दगी मुझको। हमसफ़र जब आप बनकर साथ हो मेरे
Read Moreगीत सुनाती माटी अपने, गौरव और गुमान की। दशा सुधारो अब तो लोगों, अपने हिन्दुस्तान की।। खेतों में उगता है
Read Moreकहीं कुहरा, कहीं सूरज, कहीं आकाश में बादल घने हैं। दुःख और सुख भोगने को, जीव के तन-मन बने हैं।।
Read Moreसद्य व्याहता मुझे छोड़कर, ओ मेरे मनमीत ! चले गये तुम रिपु से लड़ने, ओ मेरे मनमीत !! हाथों में
Read More