कोरोना के काल में
कोरोना के काल में, आवागमन है बन्द। मंद-मंद जीवन चले, बाजार हुए है मंद।। घर सबको अच्छा लगे, घर में
Read Moreकोरोना के काल में, आवागमन है बन्द। मंद-मंद जीवन चले, बाजार हुए है मंद।। घर सबको अच्छा लगे, घर में
Read Moreहमको आशाहीनता, कर देती है चूर। नित ही खुशियों
Read Moreसौंदर्य परक दोहे नील कमल से नैन हैं, पलकें पात समान। मधुर अधर मकरन्द हैं, रम्भा रूप समान।1 चन्द्रानन सा
Read Moreचिकित्सकों को समर्पित मुक्तक जिंदगी के सफर में जो हमारा ध्यान रखते हैं खिलाकर गोलियाँ कड़वी खड़े ये कान रखते
Read Moreतीन मुक्तक 01 आज देश की कई सीमायें असुरक्षा से मचलती हैं घायल हो रहा हिमालय शहीदों की संख्या बढ़ती
Read More‘कुलभूषण’ की फाँसी पर लगी रोक। पर उनके जासूसी पर आरोप लिए पाकिस्तान की घड़ियाली आँसू अब भी जारी !
Read More