ले लो बदला,अब कायर से
कौन कलाई तेरी इतनी मजबूती से है पकड़ रहा, कौन है तुझको अमर बेल सा अपने अंदर जकड़ रहा ।
Read Moreकौन कलाई तेरी इतनी मजबूती से है पकड़ रहा, कौन है तुझको अमर बेल सा अपने अंदर जकड़ रहा ।
Read Moreअपना देश महान है,कहते सारे लोग। दुख सुख में साथी सभी, करते सारे भोग।। किसान मेरे देश के, करते हाहाकार।
Read Moreसुधा गिरा जब कुम्भ से, माया पुरी प्रयाग। उज्जैन नासिक तब से, है पावन भू भाग ॥ सागर से निकला
Read Moreराजनीती की मंडी में, सब सपनों के सौदागर हैं, वादों और इरादों वाले सब सपनों के सौदागर हैं। सत्ता सुख
Read Moreजात-पात सब भूल भालकर एक हुये हैं संगम में, एक दूजे का सभी सहारा बने हुये हैं संगम में। आपस
Read Moreतिल खुटिया रेवड़ी मिले तापो खूब अलाव। मन चंगा है गा मेरा सरदारा घर जाव। भांति भांति के बन रहे
Read More” दीमक वाले देश में,बस कुर्सी की होड़। आरक्षण की आड़ में,पनप रहा है कोढ़।।” “आरक्षण धरना लगे, देशद्रोह सम
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