आधी अधूरी ख़्वाहिशें !
आधी अधूरी ख़्वाहिशों को ले चली मैं जाने कहां ! तुम न होना उदास बेवजह इस अल्हड़ के लिए जितने
Read Moreआधी अधूरी ख़्वाहिशों को ले चली मैं जाने कहां ! तुम न होना उदास बेवजह इस अल्हड़ के लिए जितने
Read Moreतेरी किलकारी से गूंजे , घर का कोना कोना ! सबकी आंखों में बसता है , तेरा रूप सलोना
Read Moreदिल से जो लफ्ज निकले उसे प्यार बना देना पर आँख से जो बरसे अंगार बना देना। तन्हा हॅू निहत्था
Read Moreअब चुनाव नजदीक आने लगे हैं नेताजी हमारे भी दिखने लगे हैं नए खादी के कुर्ते सिलने लगे है नेताजी
Read Moreमनोहारी छवि तेरी , लाड़ लड़ाए ऐसा ! भूल जाऊँ दुख सारा , स्पर्श मिले तब ऐसा ! तुझमें
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