अनुबंध
मेरे नीरस जीवन का प्रणय हो तुम रस छंदों में लिपटा हुआ अंतर्द्वंद हो तुम विभक्ति हूँ मैं तुम्हारी अर्धचंद्र
Read Moreनर-नारी संबन्ध निराला। पत्नी, बेटी हो या खाला। इक-दूजे को देखे बिन, गले से उतरे नहीं निवाला। नारी को कहते
Read Moreबोलो सा रा रा रा उड़ते बादल रंग रंगीले , हुई रंगीली दुनियाँ, बच्चों के सपने रंगीले ,रंग में भीगी
Read Moreहकी़कत नहीं झूठा तकरार तेरा, मगर यार सच्चा दिखा प्यार तेरा। भला है बुरा है तुम्हीं जानते हो, है सच
Read Moreआमंत्रण है दिया तुम्हें स्वीकार करो तुम, मन मधुबन पर आ कर अब अधिकार करो तुम। फूल खिले जो प्रेम
Read Moreकैसे लेते होंगे फैसला इतना कठोर कैसे इतना हौसला लेते होंगे बटोर न बीबी बच्चों की सोचते हैं न अपनों
Read Moreगलियों में उड़ रहे रंग हरे गुलाबी सराबोर नर नारी बच्चे रंग बिरंगे हुड़दंग ही हुड़दंग | कोई रंग भरे
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