कविता
चंद पंक्तियाँ राष्ट्र हित में, उन समस्त दंगाइयों को एक संदेश जो राष्ट्र में दंगे करवाते हैं,चाहे वह महिला हों
Read Moreस्वार्थपरायण होते आयोजक संग प्रचारप्रिय प्रायोजक भव्य मंच हो या कोई कक्ष उपस्थित होते सभी चक्ष सम्मुख रखकर अणुभाष करते
Read Moreअफसोस नहीं है अपने दर्द का जो तूने दिए तो और जमा हुए बन गया मैं दर्द का सौदागर तेरे
Read Moreअक्सर न्याय में देरी होने से, इंसान का हौसला जाता टूट। प्रायः न्याय होने तक उसका, जीवन से साथ जाता
Read Moreवक़्त के सुनहरे झांसे में न आ बड़ा फरेबी है यह आज तुझसे आकर कह रहा तेरा हूं मै कल
Read Moreकुछ ऐसा लिख जाना है जो पढ़े उसका दिल छू जाना है उससे हुई हर बात लिखनी है उसके साथ
Read Moreकितने प्यारे होते है पल इंतज़ार के, कभी बेइंतहा खुशी देते है , कभी इंतज़ार की झुंझलाहट ।। पर बहुत
Read Moreबहने लगे जब चक्षुओं से किसी पिता के अश्रु अकारण समझ लो शैल संतापों का बना है नयननीर करके रूपांतरण
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