सूरज रोज निकलता है
सुबह निकलकर दिन भर चलता,हुई शाम तो ढलता है ।सूरज रोज निकलता है जी,सूरज रोज निकलता है । पूरब से
Read Moreसुबह निकलकर दिन भर चलता,हुई शाम तो ढलता है ।सूरज रोज निकलता है जी,सूरज रोज निकलता है । पूरब से
Read Moreछाछ बिलोती मेरी अम्मा।करे मथानी धम्मक – धम्मा।। सूरज ने निज आँखें खोली।कुक्कड़ कूँ की सुनते बोली।।गूँज उठी ध्वनि रुनझुन
Read Moreमन मचले तो वश में करना,मन को सच्चा सुंदर रखना।नया कोई संकल्प बनाकर,हर दिन ही कुछ बेहतर करना।दिशा हीन जीवान
Read Moreचिड़िया रानी -चिड़िया रानी आओ बैठो दाना चुगलों, पी लो पानी । चिड़िया रानी… चीं – चीं, चूं – चूं
Read Moreखुशियों के वे पल आ जाते।बचपन के वे दिन मिल जाते।रोना-धोना, खेल-खिलौना,हंसते-गाते बढ़ते जाते।। बारिश में सब नाव चलाते।चाट पकौड़ी
Read Moreशीतकाल सौगातें लाया।ठंडी ऋतु का मौसम भाया।।छोटे दिन की लंबी रातें।अगियाने पर होतीं बातें।।गरम रजाई ने गरमाया।शीतकाल सौगातें लाया।।गज़क तिलकुटी
Read More