बदले जीवन
आओ कुछ रङ्ग बदले , जीवन का ढङ्ग बदले , प्रीत ओर बढे हर दिल , बस कुछ रीत बदलै
Read Moreमटरगश्ती करती कुछ कविताएँ….. 1. झोलाछाप डॉक्टर मुम्बई में नहीं रहता ! रूरल एरिया का झोला छाप डॉक्टर हूँ, गोकि
Read Moreमहान गणितज्ञ डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह अब हमारे बीच नहीं है । दुनिया ने इनकी प्रतिभा का लोहा माना, भारत
Read Moreकविता और अभाज्य संख्या– दोनों है तो उपयोगी, अन्यथा अनुपयोगी ! बात कविता से शुरू करते हैं, शीर्षक है ‘रेनकोट
Read Moreकटिहार में ट्रेन रुकी, दोनों ने खाने का सामान बाहर निकालकर दोनों एयरबैगों को सीट के नीचे रख दिये ।
Read Moreक्या दूं तुम्हें हुआ सब अंदर बाहर खाली तन-मन सब टूट रहा गई चेहरे की लाली भय में पूरा दिन
Read Moreहोकर जाग्रत है पूँछ रहा मेरे भारत का स्वाभिमान । बतला दे ये अम्बर अंनत, कैसे लिख दूँ अकबर महान
Read Moreकुदरत ने दिये कुछ अनमोल घड़ियां घर में बंद सारी दुनिया ढ़ूंढने लगी पैरों के निशां । सीमित संसाधन हैं
Read Moreओ३म् अधिकांश मनुष्यों को यह नहीं पता कि संसार में ईश्वर है या नहीं? जो ईश्वर को मानते हैं वह
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