ताकत का आभास
बँधी बुहारी से हो हमको, शक्ति भरा अहसास । मिलकर रहते वे ही करते, ताकत का आभास ।। सबने मिलकर
Read Moreबँधी बुहारी से हो हमको, शक्ति भरा अहसास । मिलकर रहते वे ही करते, ताकत का आभास ।। सबने मिलकर
Read Moreपलकों की नमकीन सतह से, फिसलती हुई खारी सी कुछ बूंदें, नकारे हुए ख़्वाबों पर टपा टप गिर पड़ती हैं
Read Moreसम्हालो मुझे, कि मैं औंधे मुंह, चारों खाने चित्त पड़ी हूं, बेरोजगार और बेबस.. जी हां, मेहनत हूं मैं, मुझे
Read Moreख़ूं से अपने वतन को सजाते चलो। ख़ूबसूरत इसे तुम बनाते चलो। ग़म जहाँ हो खुशी तुम लुटाते चलो। जश्न
Read More(1) सदा सच्चों को रहता ईश का ही तो सहारा है जो झूठा है,जो कपटी है,वो बंदा नित्य हारा है,
Read Moreइन दिनों मुझे हर व्यक्ति में कोरोना दिखता है। लगता है कोरोना ब्रह्म है जिसका वास हर जीव में है।
Read Moreआज घर वास का तीसवां दिन है । चेहरे का रंगत मलिन है ।। घर बार विहीन …! वह मिली
Read Moreहमारे देश की प्राचीन गौरवशाली संस्कृति में वैसे तो माँ आदिकाल से ही पूज्यनीय रही है उसके लिए हमको मातृ-दिवस
Read Moreदेख तेरे संसार की हालत, क्या हो गयी भगवान कि कितने बदल गये अरमान…2… मनमर्ज़ी सब करके अपनी दिखते है
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