सावन से जीवन
नन्ही नन्ही सावन की बूंदे क्या मनमोहक रूप सजाती है सूक्षम सुषम शबनम सी बनकर , यह फूलों पे इतराती
Read Moreनन्ही नन्ही सावन की बूंदे क्या मनमोहक रूप सजाती है सूक्षम सुषम शबनम सी बनकर , यह फूलों पे इतराती
Read Moreनर का काम नही गुलाम बनाना नभ को, धरा को और इनके दरमिया किसी भी अस्तित्व को नभ, धरा तो
Read Moreएक साजिस के तहद फसाद हो गया नापाक इरादे रखनेवाले आज कामयाब हो गया फसाद के बीच दौड़ते, भागते, चिल्लाते
Read Moreएक दिन आऐगा जब ऐहसास होगा मैने अपनी आत्मा को मारा परिस्थिती ऐसी भी नहीं थी कि आत्मा की हत्या
Read Moreनाजुक सा रिश्ता, तेरा मेरा कसमों से परे, बंधनों से परे !! इक डोर है बाँधे, हम दोनों को दूर
Read Moreकभी प्राण बन कभी बाण बन बींध हृदय को जाते हैं ! ये “शब्द” बहुत कुछ कह जाते हैं !
Read Moreतेरे ख्यालों में… गुजरने लगे हैं रात और दिन तू पास हो न हो, तू संग मेरे रहता है !!
Read Moreअनजान मैं रही कि … क्या मंज़िल है मेरी पूरी शिद्दत से तेरी मंज़िल को अपना ही मानती रही !
Read Moreलो आ गया सावन बरखा बरसी आसमान से भीगे तन और मन लो आ गया सावन। काले बदरा लगे नाचने
Read More