ग़ज़ल
सपने सब बे नूर हुये हैं। दिलबर जबसे दूर हुये हैं। घर में ही महसूर हुये हैं। जब से वो
Read Moreविश्व झूमने लगता है दिलखुश जुगलबंदी एक काव्य-यज्ञ है, जिसमें सब अपनी-अपनी काव्य-समिधाएं डालते हैं, सकारात्मक विचारों को पालते-स्वीकारते हैं,
Read More“अभी आग है बाकी मुझमे पूरा नहीं जला हूँ मैं बह चला हूँ मैं पानी में पूरा नहीं घुला हूँ
Read Moreपापा कोई जादू तो नहीं है मेरे पास, है तो बस निष्ठा जो उम्मीद भरी आँखों में विश्वास और धैर्य
Read Moreसुप्रीम कोर्ट के चीफ़ जस्टिस रन्जन गोगोई द्वारा पिछले वर्ष १०-११ अक्टुबर को अपने आवासीय कार्यालय में अपनी ही ३५
Read Moreउससे आँख मिलाना भी है. सबसे आँख बचाना भी है. जिसको दोस्त समझते हैं सब, वो मेरा दीवाना भी है.
Read Moreलाटरी लग गयी थी रानी की । एकदम खरा सौदा । कोई नीच काम भी नहीं था कि उसकी आत्मा
Read Moreपुनर्जन्म के अनेक किस्से सुने हैं, पर नदी के पुनर्जन्म के बारे में आज पहली बार सुना. यह पुनर्जन्म उत्तर
Read Moreजिन्दगी में ये किस्मत भी क्या-क्या गुल खिला देती है, पल-पल में खुशियों का गुलदस्ता तो••• पल-पल में दुःखों का
Read More