/ विचार /
विचार होते हैं मनुष्य के विभिन्न प्रकार के विचार ही मनुष्य के विविध रूप हैं विचार नहीं तो मनुष्य नहीं
Read Moreदूर गगन में पर फैलाए, विचरण करती टोली। पक्षी दल दम भरकर उड़ते, करते बहुत ठिठोली। भगवान सूर्य के पहले
Read Moreवक्त कैसा भी हो भला कब ठहरा है? अच्छे दिन,सुनहरे पल भी आखिर खिसक ही जाते हैं, कठिन से कठिन
Read Moreकितनी सुंदर कितनी भोली, मइया तेरी मुरत है, नैनों में बस जाना मेरे, की मुझको तेरी
Read Moreहाव-भाव संवाद की रचना जन-जन की अपनी है भाषा, सतरंगी परिधान का सपना आपसी समन्वय की परिभाषा। मायङ भाषा कभी
Read Moreजन्म हुआ था, महार जाति में विकास हुआ था, विश्वनर के रूप में वर्ण के साथ, वर्ग के साथ, जाति
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