एक और सूरज
सदियों पहले टकराए ग्रह कहते हैं उससे धरती बनी ! “आग का गोला” थी तब यह, फिर धीरे-धीरे शाँत हुई
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Read Moreविधि की अद्भुत रचना प्यारी। चश्मा टेकन की तैयारी।। एक नाक दो कान बनाए। सूँघें खुशबू सुन भी पाएँ।।
Read Moreनई स्कूटी लेकर आया राजू भालू, उसका दोस्त चिम्पू बंदर है बहुत चालू। मीठी बातो से राजू को बहकाता,
Read Moreसबसे अच्छे और महान। अम्मा – बापू घर की शान।। पहले सबसे माँ की पूजा। नहीं पिता सम कोई दूजा।।
Read Moreइंद्रेश उनियाल का प्रथम प्रयास – तीन बाल गीत 1.महक-चहक फूल महक रहे बगिया में, पक्षी चहकें घर-आंगन में, फाग महीना
Read Moreफुदक-फुदक कर नाचती चिड़िया, दाना चुंगकर उड़ जाती चिड़िया हरी-भरी सुंदर बगिया में, मीठे-मीठे गीत सुनाती चिड़िया अपने मिश्रीघुले बोलों
Read Moreमुझको भी गर… कोई जिन्न मिल जाता, और पूछता मुझसे… मेरी अभिलाषा ! बिन सोचे उसको… मैं कह जाती, काश
Read Moreएक आह्वान, छह कवियों के बाल गीत! 1.बिल्ली-चूहा बिल्ली बोले म्याऊँ-म्याऊँ, चूहा कहे, ”कहाँ छुप जाऊँ?” बिल्ली बोली, ”छुप न
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