प्रायश्चित और ध्यान-परिवर्तन द्वारा संभव है धूम्रपान से मुक्ति
अपनी आत्मकथा के पहले भाग के ‘‘चोरी और प्रायश्चित’’ खण्ड में गाँधीजी लिखते हैं, ‘‘अपने एक रिश्तेदार के साथ मुझे
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Read Moreरेत पर पद-चिन्ह छोड़ जाओ कुछ दूर चल लूंगा लहरों को अपना नाम -पता बता जाओ इसी धरती मे रहता
Read Moreहम सभी हिन्दू दीपावली मनाते हैं और उस दिन अपने घर में प्रकाश के साथ-साथ लक्ष्मी और गणेश का पूजन
Read Moreपरिवर्तन और बदलाव की बयार में वर्ष 2014 बह रहा है। यह बात महाराष्ट्र और हरियाणा के विधानसभा चुनाव परिणामों
Read Moreमित्रो, जिस तरह से हिन्दू धर्म चार वर्णों में बाँट दिया गया है उसी प्रकार इन वर्णों के पर्व भी,
Read Moreमन में पीड़ा, रुधिर शीत है, निर्धन के घर कंगाली है। एक तरफ खरबों के मालिक, एक तरफ ये घर
Read Moreसाहित्य आर्यसमाज की सबसे अनमोल संपत्ति हैं जिसकी महता को शब्दों में बखान करना संभव नहीं हैं। विगत एक वर्ष
Read Moreमोदी विरोध एक बार फिर मोदी विरोधियों को भारी पड़ा है । जो लोग विगत कई उपचुनाव में मोदी लहर
Read Moreमहर्षि दयानन्द निर्वाणोत्सव पर श्रद्धांजलि आज संसार के लगभग 7 अरब लोग अनेक मत मतान्तरों के अनुयायी हैं। सब मतों
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