अधूरी कहानी: अध्याय-33: एंथोनी का अंत
कमिशनर ने एंथोनी की बात मान ली एक कार का इंतजाम किया गया उस कार में पचास लाॅख रूपयो से
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Read Moreदस वर्ष की मनु के पैर आज ख़ुशी के मारे ज़मीन पर ही नहीं पड़ रहे थे I जैसे ही
Read Moreसबका अपना अपना विचार होता है हर इंसान के बारे में मेरा भी है गांधी के बारे में तो बस
Read Moreओ३म् महर्षि दयानंद सरस्वती मूर्तिपूजा का वेदविरुद्ध व अकरणीय मानते थे। उनका यह भी निष्कर्ष था कि देश के पतन
Read Moreआज़ाद भारत की उम्र जैसे-जैसे बढ़ रही है वैसे-वैसे वह पिछड़ता जा रहा है। कभी-कभी तो लगता है कि इतना
Read Moreखुदगर्ज दुनियां में, उसुलों की बात ना कर। खिजा के वक्त में, मुस्काते गुलों की बात ना कर॥ प्रतिभाओं के
Read More“पिताजी आप ठीक तो हो न? पैसो की कमी मत देखना,अब मैं बहुत पैसा कमाने लगा हूँ। पर उसे क्या
Read More~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ ओ बुरी नजर वाले ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ हम हिंद के जवाँ हैं अपने हिंद के रखवाले। सचेत हो जाओ जरा ओ
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