कविता

सैनिक दिवस पर सभी भारतीय वीरों को समर्पित

मेरे भारत के वीर जवानो,
सदा हो जय जय कार तुम्हारी,
कैसा भी हो दुश्मन सामने
रहती मनोहर शान तुम्हारी,
हंस हंस कर देश की सीमा पर
हम सबकी रक्षा करते हो तुम
देश सेवा ही अस्माकंम धर्मम
तीव्र चौकस तुम रहते हरदम,
दुश्मन की क्या मज़ाल जो बोले
आग की लपटों से वो कैसे खेले
इस देश का बच्चा बच्चा ,
ले नाम आपका यह कहता है,
कठिन समय में भी सैनिक का
मन अरविन्द सा खिला रहता है,
हर सच्चे देश के नागरिक को,
तुमसे है सच्चा प्रेम का बंधन,
जो राखी भेजती देश की बहने
वीरो की खातिर ,देती हैं अपने गहने,
मन करता है इन वीरो के सीने पर,
विजयी स्वर्ण पदक लहरा दूँ,
इन वतन के वीर रखवालों पर
मैं अपना सर्वस्य लुटा दूँ,

जय प्रकाश भाटिया

जय प्रकाश भाटिया

जय प्रकाश भाटिया जन्म दिन --१४/२/१९४९, टेक्सटाइल इंजीनियर , प्राइवेट कम्पनी में जनरल मेनेजर मो. 9855022670, 9855047845