हाइकु
विष अमृत है सागर मंथन महाप्रसाद देव असुर करते हैं संग्राम नहीं विराम गोधूलि बेला छाईं नभ लालिमा अट्टहास में
Read Moreबहर- 1222 1222 1222 1222 कभी मेरे लिये दिलवर मेरा ऑगन सजायेगा। भुलाकर वो खता सारी मुझे अपना बनायेगा। जिन्हे
Read Moreओ३म् पं. आर्यमुनि (जन्म 1862) का आर्यसमाज के इतिहास में गौरवपूर्ण स्थान है। आर्यसमाज की नई पीढ़ी के अधिकांश लोग
Read Moreऑपरेशन के बाद मैं ठीक तो हो गिया था और पहले जैसा जो कुछ खींच सा होता था, अब बिलकुल
Read Moreकितनी पिसती है हर रोज चकला ,बेलन के मध्य स्त्री हाँ स्त्री रोटी सी स्त्री कभी कभी यूँ ही सोचकर
Read More