क्षणिका
चौंक जाती हूँ हर दस्तक पर हर आहट पर… हरदम अक्सर… तेरी यादें आतीं हैं पर तुम नहीं आते !!
Read Moreतेरी जुस्तजू है मुझको तेरा इंतज़ार किया है हर पल, हर इक लम्हा तुझसे प्यार किया है !! न किया
Read Moreदिल में थे अरमां कईं पर मूक रहे अल्फाज ! दिल ही दिल में रोते रहे मेरे अनकहे जज्बात !!
Read Moreज़ख्म मेरे दिल के वो… कुछ इस तरह भरता रहा माँग माफ़ी, पिछली खता की नई खता करता रहा !!
Read Moreवो पल भर की जुदाई न थी यादों से रिहाई वक़्त… काटे न कटा हर लम्हा… सदियों सा लगा वो
Read Moreसोचो जब हम न रहे, तो क्या अपना रह जाएगा रिश्ते-नाते धन-दौलत सब, यहीं धरा रह जाएगा !! तिनका-तिनका जोड़
Read Moreनज़रिया बदल रहा है, देखने का मेरा भी संग ज़माने के अब तो, मैं भी बदल रही हूँ !! समझ
Read Moreदेख टूटा तारा नभ से माँगा था कोई अपना ही पर उस टूटे तारे की तरह टूटा था मेरा सपना
Read Moreअक्स बन के मेरा संग रहते हो, इस दिल में ! ख्यालों की मेरे रेखा तुम पार कर जाते हो
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