लघुकथा – खज़ाना
“पाँच सौ और हजार की नोटें बंद हो गयीं माँ, दो दिन बाद ही बैंक खुलेगा | तब इन्हें बदलवा
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Read Moreरात 1 बजे वापिस आए हुए सोनू और मोनू सांता क्लाज़ की वेशभूषा में ही सो गए थे. सुबह उठे
Read Moreरमेश और नरेश कक्षा में आते ही झगड़ा करने लगते। मास्टर जी उनके व्यवहार से बड़ा परेशान हो जाते और
Read Moreआज सुनंदा-सुरेश के प्रपोज डे की सालगिरह थी और उनके बेटे सुमित की शादी की पहली सालगिरह भी. मेहमानों के
Read More“जब देखो तब मेरी बहू अपने मायके वालों की तरफ दौड़ी पड़ी रहती है।” बुज़ुर्ग निर्मला ने अपनी हमउम्र पड़ौसन
Read Moreआज हमने एक समाचार पढ़ा- ”India vs Australia: अग्रवाल ने डेब्यू पर जड़ी हाफ सेंचुरी, रचा इतिहास” समाचार पढ़कर जानकारी
Read More”अंकल, बिटिया की शादी का कॉर्ड लाया हूं, आपको आकर बिटिया को आशीर्वाद भी देना है और सारा काम भी
Read Moreप्रिय सखी कुलवंत, नमस्कार, आशा है आप सपरिवार कुशलपूर्वक होंगी. कुलवंत जी, आपने तो कमाल ही कर दिया! ”आपका जन्म
Read More“हैलो” “मम्मा आपसे एक बात करनी है…!” “हाँ! बोलो… तुम्हारी आज छुट्टी है क्या?” “हाँ माँ! यहाँ इस समय दस
Read Moreरात गहरा गयी थी, हल्की सी आहट हुई, सुनते ही उसने आँखें खोल दीं, उसके कानों में माँ के कहे
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