दिलखुश जुगलबंदी-12
दोस्त इसे इबादत समझता है दोस्त दोस्त नहीं खुदा होता है, महसूस होता है जब वो जुदा होता है, बिना
Read Moreदोस्त इसे इबादत समझता है दोस्त दोस्त नहीं खुदा होता है, महसूस होता है जब वो जुदा होता है, बिना
Read Moreमैं सुंदर शब्दों का राही हूँ मैं कलम का सिपाही हूँ साहित्य से मेरा गहरा नाता डायरी का प्यारा भाई
Read Moreमैं काला कोयला पर्वतों का तू सागर की मोती है, मैं क्रोधानल शंकर की तू ज्वाला जी की ज्योति है।
Read Moreचुनाव के इस रण में चलो अपनी भी चलाते है इस बार किसी और की नहीं अपनी सरकार बनाते है
Read Moreबेटी ही धन है बेटी है तो जन है बेटी है तो मान है बेटी है तो आप भाग्यवान है।
Read Moreये तन्हाईयाँ ढूंढ ही लेती है तेरा पता छा जाता तू मेरे मन पे इसतरह सांसों की आहट में जिंदगी
Read More