एक एक करके मिटता जा रहा है
एक एक करके मिटते जा रहा है मेरे डायरी मे लिखा हुआ तुम्हारे नाम के खत का आखर उन तितलियों
Read Moreएक एक करके मिटते जा रहा है मेरे डायरी मे लिखा हुआ तुम्हारे नाम के खत का आखर उन तितलियों
Read Moreप्रीत की पाती लिखूँ या विरह की वेदना तुमसे मिली तो प्रेम बिछड़ी तो विरह फिर कौन सी भाषा लिखूँ
Read Moreसब कुछ छीन लोगे मुझसे मेरा अधिकार ,मेरा हक मगर यादों को कैसे छिनोगे वो तो हर पल टिसती हैं
Read Moreमिली सफलता शीश चढ़ी है , जन जन की यहां पीर बढ़ी है ! होते सदा लुभावन वादे ,
Read Moreमेरी बस एक यही अभिलाषा है, इन भ्रष्टाचारियों की दुनिया में, ईमानदारी का पाठ पढ़ाऊंगा, मैं कुछ कर के दिखलाऊंगा,
Read Moreदुःख उसने कभी किसे कहा था पीड़ा हर-पल झेल रहा था । जीवन भर स्वाधीन रहा….. शासन भी है खेल
Read Moreछोटी सी उम्र में दुल्हन बनी हल्दी भी लगी मेंहन्दी रची न कोई रिश्ते नाते समझी न कोई रीति रिवाज
Read Moreसागर की अथाह सीमा की, अनंत लहरों की, अनगिनत बूंदों में से, एक और बूंद खो गई. इस एक बूंद
Read Moreभीनी भीनी महक में डूबा, मन मतवाला बना पतंगा। प्रेम भंवर में रचा बसा है, भंवरों का गुंजार मचा है।
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