लघुकथा- भगवान की मर्ज़ी
लता ऑपरेशन थिएटर में भर्ती थी। किसी भी वक्त खुश-ख़बरी आने ही वाली थी। लता के ससुर रामलाल व पूरे
Read Moreलता ऑपरेशन थिएटर में भर्ती थी। किसी भी वक्त खुश-ख़बरी आने ही वाली थी। लता के ससुर रामलाल व पूरे
Read Moreअधर्म व धर्म की विजय की प्रतीक विजयदशमी पर देश भर में रावण दहन होता है. इस साल विजयदशमी को
Read Moreदरोगा मनोज ने सपने में भी नहीं सोचा होगा, कि मुंह से ‘ठांय ठांय’ बोलकर एनकाउंटर करने वाले इस सब
Read More“ईमानदारी और खुद्दारी” सुप्रिया अपनी बेटी तान्या के साथ ओला कैब में एक दिन मॉल जा रही थी। मॉल जाकर
Read More