कहानी ~कर्तव्य~
खट खट खट! राधा देखो कोई आया है?राधा ने गिलास को मेज पर टिका दिया और स्वयम दरवाजे की और
Read Moreखट खट खट! राधा देखो कोई आया है?राधा ने गिलास को मेज पर टिका दिया और स्वयम दरवाजे की और
Read Moreअपने शेष बचे जीवन के गहराते अंधकार के बारे में आज मैं सोच रही हूं। मजहब के उन विष-दंतों के बारे
Read Moreसाहिबा जैसा कि नाम से ही लग रहा है सबके दिल में रहने वाली हमेशा हसने वाली और दूसरो के
Read Moreफोन की टिंग-टिंग-टुंग-टुंग की आवाज़ बराबर अंदेशा देती रहती थी कि न जाने मेरे कितने ग्रुपों में मेसज पॉप अप
Read Moreकजरी का झुंझलाकर चलना, रास्ते भर अनाप- सनाप बड़बड़ाना उसे तो क्या किसी के भी समझ में नहीं रहा था।
Read Moreदीवार पर स्टाफ सलेक्श्न कमीशन द्वारा सलाना जारी इम्तहानों की टेप से चिपकाई लिस्ट थी और उस दीवार से चिपके
Read Moreबड़े भोरे भोरे बुढ़ौती में ई टेंघना आज कौन कारज हिला दिए रमई भाई, कोई विशेष प्रयोजन? दुवारा बहारते हुए
Read Moreरवि ने आफिस से आते ही मीरा को तैयार होने को कहा, पास ही माँ भी खड़ी थी। पर रवि
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