गीत
क्या खता है हुई,? हमको बतलाइए? दूर बैठे हैं क्यों ? पास आ जाइये। भूल मुझसे हुई गर, बता दीजिए?
Read Moreचार दिना रो जोबनो, कोई ना करज्यो देर। पल दो पल का जीवणा, फेर दिना रे फेर। बलम जी !
Read Moreसूरज अपनी रश्मिपुंज से, जल का वाष्पन करता है। धीरे – धीरे नभ में लाकर, हवा संग में धरता है।
Read Moreमिलते हैं नसीब में सब को,मस्त भरे खुशीयों के रंग। होठों पर मुस्कान बिखेरे,होते पुलकित भीतर अंग। तज कर बैर
Read Moreगरज उठा फिर ! सिंह आज कायर स्यार छिपा है माद गड़ी है आँँखें उल्लू की सरहद पर लोमड़ नाद
Read Moreसीमा ! तुम प्यार की सीमा हो । सीमा ! तुम प्यार की सीमा हो ।। सृष्टि सीमा से परे
Read Moreआबाद होने को जब हुई बरबादी। देश को तब मिली आजादी।। दो सौ वर्षों तक , देश रहा गुलाम। छिनी
Read Moreगुरुवर तुम ही बने सहारा ,जब जीवन छाया अँधियारा । अंतर्मन में ज्ञान दीप से ,तुमने फैलाया उजियारा । शिक्षक
Read Moreहै नज़र जिस ओर जाती,नर बने दानव खड़े हैं । खून पीने को जिगर का, जान के पीछे पड़े हैं
Read More“होली गीत” होरी खेलन हम जईबे हो मैया गाँव की गलियाँ सरसों के खेतवा फुलईबे हो मैया गाँव की गलियाँ।।
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