युवा चेतना के दोहे (विवेकानंद जयंती 12 जनवरी पर)
युवा चेतना दे रहे,स्वामी जी सानंद ! था ‘विवेक’ पाया सदा,इसीलिये ‘आनंद’ !! किये काम,सो हैंअमर,सदा रहेंगे पास ! नव
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Read Moreदो हजार सत्रह चला, छोड सभी का साथ ! हमें थमा कर हाथ में, नये साल का हाथ !! आने
Read Moreहर दौर के सिक्के, सँभालकर रखता हूँ, हो इतिहास की पडताल, ख्याल रखता हूँ। बुजूर्गों ने बीते दौर का, इतिहास
Read Moreन्याय और अन्याय का, किसको रहा विचार। साधू बाबा भग गए, शिक्षा गई बेकार। नौ मन का कलंक लिए, नाच
Read Moreपारिजात सुन्दर छटा, शम्भू के कैलाश। पार्वती की साधना, पुष्पित अमर निवास। महादेव के नगर में, अतिशय मोहक फूल- रूप
Read Moreमुक्तक-1 जनता के जज्बातों से खेलना मेरा काम देखो सीना छप्पन से अच्छा हो परिणाम दुनिया चाहे कुछ भी कहे
Read Moreभूल गया है रेडियो, अब तो सारा देश। टीवी पर ही देखते, दुनिया के सन्देश।। लाये फिर से रेडियो, मेरे
Read Moreसर्द ऋतु रहना अगर, भैया तुमको मस्त । भोजन बाद गुड़ खाइये, पाचन रहे दुरस्त ।। मुख्य स्रोत आयरन का,
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