ग़ज़ल
मुझे दे पाक दिल मौला न धन माँगू न मैं सोना विकारों से हैं मन मैले शरीरों को है क्या
Read Moreभागीरथ के तप का हूं प्रतिफल, पतित पावन है मेरा जल । देवव्रत को दिया जन्म, जगत माता बनी तरणी
Read Moreडॉ. सदानंद पॉल की कविताएँ 1. इंद्राणी मुखर्जी किसी कुरूप पर कितने मर्दों को मरते देखा है प्रेम की देहलीला
Read More******************** प्रिय तुम मुझसे दूर न जाओ, मेरे मन में आज नशा है। घूंघट खोल रही है कलियाँ , झूम
Read Moreपुत्र दिलाता दाल रोटियां गौ माता दूध पिलाती है, इसी लिए गौ को माता कहते है और जग में पूजी
Read Moreहमारे एक संपादक मित्र अभी कुछ दिन पहले कोरोना से हो गए थे अपवित्र.. एक अत्यावश्यक कार्य से, लग गए
Read Moreजब भी लड़ने के लिए, लहरें हों तैयार।कस कर तब मैं थामता, हाथों में पतवार।।—बैरी के हर ख्वाब को, कर
Read Moreइस घड़ी ने घड़े की, कीमत बता दी। जो लोग… मिट्टी से टूट चुके थे। मिट्टी ने , आज अपनी
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