पिता का पता
पिता को पत्र लिखा था वह मृत्यु के नगर गए थे और अब पते की जरूरत थी सब भाषाओं को
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Read Moreमिट्टी के जिस्म पे गुमान करने वाले एक दिन ऐसा आयेगा कर्म करेगा खुद ही और खुद ही अपने कर्मो
Read More‘उम्मीद अभी बाकी है’ चांद भी वहीं है, हम भी यहीं हैं उम्मीद अभी बाकी है क्या हुआ जो गुम
Read Moreबेटी तो कोमल कली ,बेटी तो तलवार ! बेटी सचमुच धैर्य है,बेटी तो अंगार !! बेटी है संवेदना,बेटी है आवेश
Read Moreजीवन की अमूल्य धरोहर सी , होती हैं यह सतरंगी यादें…….! बचपन की नादानियों को समेटे यादें, यौवन की अल्हड़ता
Read Moreजब दिल आहें भरता है तुम साथ नही होते। जब आहें तुझे देती हैं सदा तुम साथ नहीं होते। यूं
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