चचाजान अब्दुल कलाम को सलाम (कविता)
हद कर दी आपने प्रभु ! कि रक्षापुत्र को उठा लिए, सपनों को सच्चाई में जीनेवालों को आखिर क्यों बुला
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Read Moreपरम पिता ईश्वर सत्य मानकर उसके विश्वासों की दुनिया में आशाओं की गली – गली में आस्तिक था मैं ‘
Read Moreमाँ तुम करुणा का सागर तुम्ही मेरा संसार हो। माँ तुम्ही मेरी गीताLपPपपप माँ तुम्ही वेदों का ज्ञान हो। माँ
Read Moreजीवन में खट्टे मीठे अनुभव होते हैं, जो हमने अनुभव पाए, वह सब यही रह जाते हैं। अपनी गलतियों से
Read Moreकोरोना आप कटघरे में आ गए क्या कहना है? कैसा महसुस कर रहे हैं? सवाल ये इसलिए कि यह तो
Read Moreहमेशा आबाद रहने वाले देश में देखो कैसी वीरानी छाई है सब को बंद करने अपने घरों में कोरोना नामक
Read Moreडॉ. सदानंद पॉल की चिंतनशील कविताएँ…. 1. ●● माँ का अर्थ माँ मतलब कुंती भी, मरियम भी, द्रोपदी-गांधारी भी, कैकेयी
Read Moreमुझे …….अफसोस रहेगा । जिदंगीयों को, अंधविश्वासों से दूर ले जाता । प्यार से जिंदगी है। यह बात समझा पाता।
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