फिर सदाबहार काव्यालय-12
अहसास एक खूबसूरत अलसाई जी सुबह सैर करने को बुला रही थी बारिश का अंदेशा है तो क्या भीगने का
Read Moreअहसास एक खूबसूरत अलसाई जी सुबह सैर करने को बुला रही थी बारिश का अंदेशा है तो क्या भीगने का
Read Moreतेरी पहेली सुलझाऊँ कैसे ए जिंदगी तुझे रिझाऊँ कैसे वक्त ने तन्हाई दी हमें अब खिलौनों से खेलकर जिंदगी तुझे
Read Moreएक लड़का हैं,जो प्यार मुझसे करता है। हालांकि दुनियाँ से कहने से डरता है। थोड़ा दीवाना सा, थोड़ा प्रेमी सा
Read Moreनासमझ मन नकारात्मक सोच में डूबा जंगल की लताओं सा उलझा रहता है ढूंढता उजाले को अंधेरे रास्ते पर चल
Read Moreजिन्दगी क्या है जिन्दगी प्रेम की परिभाषा है, जिन्दगी करूणा का सागर है। जिन्दगी एक अहसास है, जिन्दगी किताब में
Read Moreजाग युवा जाग कि तेरे जागने से देश जगेगा देश जगेगा और हर क्षेत्र में विकास करेगा, भ्रष्टाचार और दुराचार
Read Moreगरल सुधा बन जाता है जब मीरा सी हो भक्ति। अभय हो जाता नर जब हो निष्काम कर्म शक्ति।। अगणित
Read Moreहे अमानुषों! बनकर आँधी बार – बार झपटे हो…… मैं दीपक हूँ नहीं बुझा था नहीं बुझूँगा चाहे जितना जोर
Read Moreकिताबें सबसे प्रिय मित्र ,संगी- साथी और मार्गदर्शक होते थे उन दिनों । बचपन में लोरी बन कर हमें हंसाते
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