कल रात
कल रात तू मेरे सपने में आई थी कुछ देर मुझे देख मुस्कुराई थी मैने बहुत की थी कोशिश कि
Read Moreअपना घर अपना होता है, ये जीवन का सपना होता है। बड़े शहर में घर का सपना, केवल इक सपना
Read Moreजिसे देखकर ही प्यार दुलार पुचकार करने का मन होता हैं जो बेफिक्र हो कर हंसती खिलखिललाती किसी के पास
Read Moreमेरे गिरधर सुन्दर सालोनें वंशी बजाये पनधट जाये मटकी फोड़े यमुना तट पर चीर चुरावे मधुवन बीचे गाय चरावें काली
Read Moreअजीब ये दुनिया अजीब ये सिलसिला क्यों लड़ते हैं लोग क्या मिलता है इन्हें बीज बोते हैं ये तो पौधें
Read Moreपुतले,पुतले चहूँ ओर पुतले निर्जीव की भेष में सजीव के भेष में लेकिन दोनों कहलाते पुतले करते कार्य अजीबोग़रीब निर्जीव
Read Moreअप्रत्यक्ष रूप से सहयोग के नाम पर कहते हैं लोग- पैसा दीजिएगा रचना को जगह मिलेगी नहीं दीजिएगा प्रकाशित नहीं
Read Moreविकल भई, जल तरसी, यह बगिया, मधुबन की। नयन तके, नभ गगरी, जल यमुना, गिरिधर की।। सुन सजना, घर अँगना,
Read Moreकभी कभी मन करता है कांग्रेस में शामिल हो जाऊ ऐश करू खूब मौज करू राहुल भैया को सहलाऊ मोदी
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