झुके जगत का माथ
काले धन से बित रही, जिनकी हरेक रात होती हरेक दिन वहाँ, सुख की ही बरसात मतलब के सब यार
Read Moreकाले धन से बित रही, जिनकी हरेक रात होती हरेक दिन वहाँ, सुख की ही बरसात मतलब के सब यार
Read Moreपिता कह रहा है सुनो,उसके दिल की बात। जीवन पितु का फर्ज़ है,मत समझो सौगात।। संतति के प्रति कर्म कर,रचता
Read Moreनहीं एक दिन मात्र बस, हर दिन माँ के नाम। माँ से ही जीवन मिला,माँ से सब अभिराम।। वसुधा-सी करुणामयी,माँ
Read Moreपिता सदा भगवान हैं,माँ देवी का रूप। मात-पिता से ही सदा,संतानों को धूप।। –यह सोलह आने सच है। संतति के
Read More