सुख की ओर…
जीवन सुख- दु:ख का संगम है । आज सुख है तो कल निश्चित ही दुःख आयेगा । ये प्रकृति का
Read Moreजीवन सुख- दु:ख का संगम है । आज सुख है तो कल निश्चित ही दुःख आयेगा । ये प्रकृति का
Read Moreआजकल हर व्यक्ति इसी जुगाड़ में रहता है कि कहीं से भी पैसा मिल जाए। वह हर प्रकार से यत्न
Read Moreचलो ! किसी ने तो आवाज़ उठाई उस घिनौने कृत्य पर जिसे हम बलात्कार कहते हैं । अब आप सोच
Read Moreवर्तमान समय में बच्चे स्कूल में जिन कौशलों को सीखते हैं और वास्तविक दुनिया में समायोजन के लिए आवश्यक कौशलों
Read Moreजीवन में आज संस्कार, सहनषीलता व आत्मीयता इन सभी आत्मगुणों में निरन्तर कमी आ रही है। व्यक्ति अन्दर-ही-अन्दर से टूट
Read Moreकिसी ने बहुत ही सुंदर रील बनाई और रील के माध्यम से सभी को संदेश दे कुछ समझाया , रील
Read Moreवो चश्मा ही और था शायद जो गाँव की कच्ची-पक्की, संकरी गलियों में बसे घरों के भीतर बसे इंसानों और
Read Moreदुनियां में जिसके पास प्रसन्नता, मन की शांती, संतोष भरा मन हो वो भाग्यशाली और खुश इंसान है। केवल आज
Read Moreभारतीय शास्त्रों कतेबों एवं और संस्कृतियों में मातृ देवो भव, पितृ देवो भव, आचार्य देवो भव की शिक्षा दी जाती
Read Moreसच अब कैसे कोई किसी पर विश्वास करे , यहॉं तो इतने गहरे पवित्र रिश्ते में ही विश्वास का क़त्ल
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