लज्जा
लज्जा मुझे नहीं आती क्योंकि आधुनिकता ने लज्जा से मुक्त कर दिया है। मान सम्मान सभ्यता से दूर मुझे न
Read Moreखुद में विश्वास की नींव मजबूत कीजिए, अपने पुरुषार्थ पर यकीन कीजिये। भाग्य तो सिर्फ़ मन बहलाने का साधन मात्र
Read Moreओ३म् हमारी सृष्टि ईश्वर की रचना है। यह ऐसी रचना है जिसकी उपमा हम अन्य किसी रचना से नहीं दे
Read Moreउठाकर नजर देखता रहा मैं मक्खन चट गया, उल्टी पड़ी मटकी उदास सी आज फिर आँगन में | आकर अम्मा
Read Moreनारी तुम अद्वितीय रचना हो करतार की नारी तुम प्यारी सी गणना हो संसार की बेटी बन लुटाती अपार खुशियाँ
Read Moreअधिकांश हमने देखा हैं कि फिल्मों और धारावाहिकों में काल्पनिक यानि कि आभासी दुनिया में ले जाया जाता है। वो
Read Moreलघुकथा ऑनलाइन में प्रतिभागी बनने पर शुभ संकल्प द्वारा आयोजित सुमित्रानंदन पंत समूह में सम्मान पत्र प्रदान किया।धन्यवाद पूरी टीम
Read Moreमाघ शुक्ल पंचमी के दिन बसंत का जन्म हुआ था। बसंत पंचमी के दिन कला और संगीत की देवी सरस्वती
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