लघुकथा

अच्छों की चुप्पी से दुनिया बुरी है

अपराजिता बेटी स्नेह। तुम्हारी पीड़ा कष्टदायक है। ससुराल में दुर्व्यवहार आरोप ताने शारीरिक यातना मानसिक चोट आर्थिक संकट भेदभाव पीहर

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धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

मनुष्य के पास अपने जीवनदाता परमेश्वर को जानने का भी समय नहीं है

ओ३म् मनुष्य इस संसार में कहां से आया है उसे इसका ज्ञान नहीं है? सभी मनुष्यों की मृत्यु निश्चित है।

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धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

एक दिन बिक जायेगा माटी के मोल जग में रह जायेंगे प्यारे तेरे बोल

ओ३म् मनुष्य के जीवन का आरम्भ जन्म से होता है और मृत्यु पर समाप्त हो जाता है। बहुत से लोग

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