मुक्तकों में हिंदी
गर्व से हिंदी में सिखाती हूँ शान से हिंदी में पढ़ाती हूँ आजीविका भी हिंदी से जुड़ी हिंदी को ओढ़ती
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Read Moreदुनिया की ठोकरों ने संभलना सिखा दिया, झूठ और फरेब को समझना सिखा दिया। बदल गया नजरिया लोगों को देखने
Read Moreरात चाँदनी गहरी-गहरी प्रेम-प्रीत क्यू ठहरी-ठहरी ॥ चलो आज चाँदनी छू लें हम कुछ मन की चाही कर लें हम
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