कविता : हे कृष्ण ! कहाँ छिपे हो
हे कृष्ण ! कहाँ छिपे हो क्यों नहीं आते क्यों नहीं लेते अवतार क्या तुम भी घबराने लगे हो इन
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Read Moreहाल के वर्षों में, खास तौर से राजग सरकार के आने के बाद, दाल अपने आप में एक
Read Moreओ३म् मनुष्य जीवन का क्या लक्ष्य है? यदि आजकल के सम्पन्न लोगों के जीवन पर दृष्टि डालें तो लगता
Read Moreजिन्दगी भर बस यही नादाँनियाँ करता रहा। आदमी रिश्तो में भी बेईमानियाँ करता रहा॥ जान कर भी सच को उसने
Read Moreपैलेट गन पर रोक लगी तो सैनिक मारे जाएंगे और देश के यह नेता उनके दोषी कहलाएंगे लेते हैं जो
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Read Moreपुर्व कथा सार : हम कुछ मित्र मुंबई से ट्रेन द्वारा जम्मू और फिर बस द्वारा कटरा पहुंचे । बाणगंगा
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