गुब्बारा
‘देखो भाई, इस हाल की हर दीवार को और छत को गुब्बारों से सजाना है । आज मेरी बिटिया का
Read Moreमहानगरों के मामले में गांव – कस्बों में रहने वाले लोगों के मन में कई तरह की सही – गलत
Read Moreअजीब सी कसमसाहट सी थी। आज ! कितने बरस बाद फिर मैं आयी थी उस गाँव में। बरस बाद! हाँ लगभग बीस
Read Moreआज कल्याण और अनवर में “वंदे मातरम्” और “भारत माता की जय” इन शब्दों लेकर बहस छिड़ गई। अॉफिस में
Read More“मौसी पागल हो गई हो क्या … बेटे की शादी से पहले ही उसके लिए अपना दूसरा वाला घर ठीक
Read More” आज का दिन कैसा रहा बेटू ?” श्रीमती शर्मा ने रोज की तरह स्कूल से लौटी अपनी सात वर्षीय
Read Moreदमयंती की आँखों के सामने चाहे स्वच्छ अनंत आसमान था, मगर उसके मनस्पटल पर घोर काले बादल उमड़-घुमड़ मचा रहे
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