“चमन की तलाश में”
कितने हसीन फूल, खिले हैं पलाश में फिर भी भटक रहे हैं, चमन की तलाश में पश्चिम की गर्म आँधियाँ,
Read Moreकितने हसीन फूल, खिले हैं पलाश में फिर भी भटक रहे हैं, चमन की तलाश में पश्चिम की गर्म आँधियाँ,
Read Moreरूप अपना मैं अक्सर बदलती रही ************************** रूप अपना मैं अक्सर बदलती रही आपमें ही हमेशा मैं ढलती रही माला
Read Moreदर्द अगर ना हँसकर गाते. इतनी ख़ुशियाँ कैसे पाते. छूट चुकी थी गाड़ी तो फिर, नाहक क्यों हम दौड़ लगाते.
Read Moreमेरे दिल पर हाथ रखो महसूस करो फिर तेजीये ख़ामोशी की भाषा ना हिंदी ना अंग्रेजीजिनको खूब सँवारा तुमने प्यार
Read Moreदिल हाथ से अब जाता रहेगा नगमे मुहब्बत के गाता रहेगा अगर रूठ जाओ कभी तो सनम दिल तुमको यूं
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