ग़ज़ल
बर्क़ रफ्तार से फिर तुम भी सुधर जाओगे। साथ जब नेक मिलेगा तो संवर जाओगे। सरकशी पर है उतारू यहाँ
Read Moreदेश के सुयोग्य आईएएस रायपुर के जिस कार्यालय में कलेक्टरी की, उसे ही सीएम हाउस भी बनाया गया छत्तीसगढ़ बनने
Read Moreमाँ के हाथ की सोंधी रोटी बनती थी इस चूल्हे पर चौके में बैठ सारा परिवार भोजन का लेता आनंद
Read Moreअतीत में भविष्य में, नहीं प्रवेश चाहिए सदैव वर्तमान में, अचिंत हो विराजिए।। विकार राग द्वेष का, न चित्त में
Read More